नई दिल्ली, नवम्बर 15 -- भारत में दोषपूर्ण डिजाइन और प्लानिंग के चलते एक्सेस कंट्रोल राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर वाहन मौत का यू-टर्न ले रहे हैं। इसके अलावा हाईस्पीड सड़कों पर विपरीत दिशा में वाहन चलाने की समस्या से गंभीर सुरक्षा संकट खड़ा हो गया है। समय बचाने के लिए गलत तरीके से शार्टकट अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। अकेले दिल्ली में इस प्रकार के सालाना 1.84 लाख (504 प्रतिदिन) मामले सीसीटीवी में कैद हुए हैं। सड़क परिवहन क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार मानवीय लापरवाही, दोषपूर्ण बुनियादी ढांचे और कमजोर प्रवर्तन का एक विनाशकारी मेल है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से एक विपरीत दिशा में ड्राइविंग भी है। 2017 में इस कारण 29148 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 9527 लोगों की जान ...