पडरौना, सितम्बर 22 -- कुशीनगर। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र के हरपुर निवासी सूरज नाम के एक युवक की दोनों किडनी खराब हो चुकी है। इलाज इतना महंगा है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे उसके पिता सुभाष जीवन बचाने में पूरी तरह असमर्थ हो गए हैं। गरीबी की मार और इलाज का बोझ इस परिवार पर ऐसा टूटा है कि घर का सबकुछ पहले ही गिरवी रखा जा चुका है। पत्नी के असमय निधन के बाद सुभाष ने खुद को बेटे की परवरिश में झोंक दिया था। खेत-खलिहान की आमदनी से जैसे-तैसे घर चलाते हुए उन्होंने सूरज को पढ़ाने-लिखाने का सपना देखा था, पर पिछले एक वर्ष से यह परिवार लगातार विपत्ति का सामना कर रहा है। करीब एक साल पहले सूरज की आंखों की रोशनी जाने लगी थी। तब पिता ने खेत गिरवी रखकर उसका इलाज कराया, लेकिन कर्ज से उबर भी नहीं पाए थे कि अब किडनी खराब होने की खबर ने उनके सपनों को तोड़ दिया है। लख...