नई दिल्ली, अक्टूबर 31 -- कार्तिक मास की एकादशी को दे‌वउठनी या प्रबोधिनी एकादशी कहते है, इस दिन देवों यानी श्रीहरि को जगाया जाता है। देवों को जगाने के लिए फल, सिंघाड़े, गन्ना, आलू, मूली, तिल, आदि चीजें भगवान को अर्पित की जाती है। जिससे देव जागें और संसार में मंगल करें। वैसे तो कार्तिक मास में हर दिन ओम नमो नारायणाय मंत्र का जाप करना चाहिए। लेकिन अगर आप पूरे महीने इस मंत्र को ना पढ़ पाएं तो कम से कम देवउठनी एकादशी के दिन इस मंत्र से श्रीहरि की आराधना करें। इस दिन श्रीहरि की पूजा से व्यक्ति सभी प्रकार के दुखों से छूट जाता है औ रोग-शोक से रहित वेकुण्ठ धाम को जाता है। कार्तिक मास में विष्णुसहस्रनाम का पाठ भी करना चाहिए। एकादशी के दिन से भगवान क्षीर सागर में क्षयन करते हैं और सृष्टि का कार्यभार भगवान शिव संभालते हैं। इसके बाद कार्तिक शुक्ला देव...