सुपौल, सितम्बर 3 -- सुपौल । एक संवाददाता देसी मछली के लिए सदर प्रखंड का कुछ इलाका आज भी प्रसद्धि है, क्योंकि पास ही में कोसी नदी सहित अन्य तालाबों में पल रही मछलियां वर्षों से चर्चा में रही हैं। यहां की स्वादष्टि मछलियां अंतर जिला के मछली बाजारों में अधिक मूल्यों पर बिकती हैं। सदर प्रखंड में मछली बाजार नहीं रहने के कारण यहां के मछली पालकों एवं वक्रिेताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़क किनारे सुबह-शाम चौराहे पर दुकान लगाकर मछली बेचकर वह अपना जीविकोपार्जन करते हैं। मछली पालकों का कहना है कि ठंड, गर्मी व बरसात के मौसम में खुले आकाश के नीचे मछली बेचना उनकी मजबूरी हो गई है। इलाके में सरकारी मछली बाजार नर्मिाण की मांग करते मछली पालकों ने कहा कि देसी मछली को बढ़ावा देने के लिए स्थायी बाजार में शेड की व्यवस्था नहीं है। इसकी सख्त दरकार...
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