महाराजगंज, सितम्बर 13 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। भक्ति आंदोलन के राजर्षि रामनयन दास रामायणी ने कहा कि साधु-संत देश व समाज के कुशल मार्गदर्शक होते हैं। साधु-संत सभी के कल्याण के लिए जीवन पर्यंत कार्य करते हैं। संत समाज से विमुख होकर कोई देश व समाज सुख, शांति और समृद्धि स्थापित नहीं कर सकता। वे जोगिया के ब्रह्मस्थान मठ पर पूर्व महंत ब्रह्मलीन संत रामचेतन दास की 23 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित संत सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संतों की त्याग और तपस्या से ही राष्ट्र व समाज को मजबूती मिली है। रावत मंदिर अयोध्या के महंत राममिलन दास ने कहा कि संत अपने लिए कुछ नहीं करता, जो करता है वह समाज और परोपकार के लिए करता है। चंद्रकेशव ने कहा कि समाज में जो कुछ सकारात्मक परिवर्तन आया है, वह निश्चय ही संतो की त्याग और तपस्या है। संतों ने द...