दरभंगा, दिसम्बर 6 -- सिंहवाड़ा। भरवाड़ा कबीर आश्रम में 138वां वार्षिक भंडारा उत्सव शुक्रवार की देर शाम कबीर वाणी के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ। धन्यवाद ज्ञापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधान संत विद्यानंद दास ने समाज को संगठित रहने एवं लाचारों की मदद के लिए कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जात-पांत का बंधन हमारे समाज और संस्कृति को कमजोर कर रहा है। हमें सबके साथ मिलकर समाज एवं राष्ट्र की मजबूती एवं प्रतिष्ठा के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हमारे समाज में जात-पांत चरम सीमा पर थी तो लोग मानव जाति को भूलकर ऊंच-नीच व विद्वान और मूर्ख में उलझा हुआ था। तब सदगुरु कबीर साहब ने प्रकट होकर हमारे समाज के सभी प्राणियों को ज्ञान से मार्गदर्शन किया। सद्गुरु कबीर की युक्ति जाति-पांति पूछे नहीं कोई हरि को भजे सो हरि के होई की चर्चा करते ह...