लखनऊ, अगस्त 2 -- लखनऊ, संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया (टीआरआई) की ओर से इंडिया रूरल कोलोकी (आईआरसी) 2025 के पांचवें संस्करण उत्तर प्रदेश चैप्टर का आयोजन हुआ। यहां वक्ता जल योद्धा सम्मान से सम्मानित पद्मश्री उमाशंकर पांडेय ने कहा कि भारत की जनसंख्या विश्व की 18 प्रतिशत है लेकिन हमारे पास केवल एक फीसदी ताजा जल उपलब्ध है। आजादी के समय 10 हजार 500 से अधिक नदियां थीं लेकिन अब केवल 500 नदियां ही प्रवाहित हो रही हैं। हमें पारंपरिक जल प्रणालियों को 'खेती का पानी खेत में, मिट्टी भी खेत में के सिद्धांत पर पुनर्जीवित करना होगा। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों में जल साक्षरता बढ़ाने पर बात की। कहा कि हमें अगली पीढ़ी को धन नहीं, जलधन देना चाहिए क्योंकि भविष्य का सबसे बड़ा संघर्ष तेल पर नहीं, जल होगा। अधिष्ठा...
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