संवाददाता, जून 22 -- देश में पहली बार बाघिन और तेंदुओं के शावकों ने बर्ड फ्लू से जंग जीती है। बिल्ली परिवार के वन्यजीवों में यह पहला मामला है, जब संक्रमित होने के बाद जानवरों की मौत नहीं हुई। बाघिन मैलानी और तेंदुए के दोनों शावकों की लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद चिड़ियाघर प्रशासन ने इस उपलब्धि पर शोध का फैसला लिया है। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में सात मई को बाघिन शक्ति की मौत बर्ड फ्लू से हुई थी। इसके बाद बर्ड फ्लू जांच के लिए चिड़ियाघर के वन्य जीवों के सैंपल राष्ट्रीय उच्च रोग पशु संस्थान भेजे गए, जहां से 23 मई को बाघिन मैलानी, तेंदुए के दो शावक, हिमालयन गिद्ध और दो कॉकाटील पक्षी में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। चिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने इलाज शुरू किया। मैलानी, तेंदुए के दो शावक, हिमालयन ...