नई दिल्ली, अक्टूबर 3 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारत में संरचनात्मक सुधारों की गति लगातार तेज हुई है। हाल ही में हुए जीएसटी सुधारों से राजस्व क्षमता बढ़ेगी, खपत में वृद्धि होगी, कारोबारी सुगमता बढ़ेगी और निवेशकों का विश्वास मजबूत होगा। शुक्रवार को 15वें वित्त आयोग के प्रमुख रहे एवं इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ (आईईजी) सोसाइटी के अध्यक्ष एनके सिंह ने कौटिल्य आर्थिक संवाद-2024 को संबोधित करते हुए कहा कि राजकोषीय और मौद्रिक नीतियों का संतुलित समन्वय भारत की सबसे बड़ी ताकत है और यही भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में मदद करेगा। ------- प्रति व्यक्ति आय में हुई बढ़ोतरी एनके सिंह ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का जिक्र करते हुए कहा कि पहले जहां प्रति व्यक्ति आय केवल एक फीसदी की दर से बढ़ती थी, अब छह फीसदी तक पहुंच चुकी है। यदि यह गति बन...