गौरीगंज, सितम्बर 13 -- अमेठी। जायसी की जन्मस्थली पर साहित्य की पौध कुम्हलाने न पाए इसके लिए कई माली जुटे हुए हैं। एक ओर कथाकार शिवमूर्ति और गीतकार मनोज मुंतशिर जैसे लोग अपनी रचनाओं के माध्यम से जिले की मिट्टी को चंदन बनाकर महका रहे हैं, तो दूसरी ओर सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ अर्जुन पांडे और इंस्पेक्टर कण्व कुमार मिश्र जैसे लोग साहित्यिक गोष्ठियों के जरिए नई पौध तैयार करने में जुटे हैं। अमेठी राज परिवार से लेकर मलिक मोहम्मद जायसी, बाबा पुरुषोत्तम जैसे महान लोगों ने अवधी और हिन्दी को पुस्तक पल्लवित किया तो उसके बाद जगदीश पीयूष ने जिले के नाम को साहित्य के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां दी। नए जमाने में गीतकार मनोज मुंतशिर अपने गीतों और संवादों के जरिए साहित्य को सिनेमा के माध्यम से लोगों तक पहुंचा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिले के ही कुरंग गांव निवासी कथा...