नई दिल्ली, अगस्त 29 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। शून्य के आविष्कार से लेकर आयुर्विज्ञान और शल्य चिकित्सा की प्रगति तक, नालंदा व तक्षशिला जैसी विश्वविद्यालयों तक, ज्ञान की यह खोज हमारे डीएनए में है। आने वाला समय भारत का है। भारत के युवा विश्व का नेतृत्व करेंगे। ये बातें केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी)-दिल्ली के टेक फेस्ट ईएसवाईए को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कही। केंद्रीय मंत्री ने कहा, चालीस साल पहले जो काम आईटी ने करके विश्व की रूपरेखा बदल दी थी, वही काम आज कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) कर रहा है। हमारा लक्ष्य केवल एआई नहीं, बल्कि जिम्मेदार एआई बनाना है, जो मानव लक्ष्यों को पूरा करे और उस पर हावी न हो। उन्होंने बताया कि टेलीकॉम टे...