वाराणसी, अक्टूबर 13 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। राष्ट्रीय ज्योतिष विज्ञान सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार को भारत की सर्वांगीण सुरक्षा एवं विकास की दिशा में नवग्रहों के सामयिक प्रभाव पर चर्चा की गई। देश के 14 राज्यों से जुटे ज्योतिषाचार्यों ने विविध विवेचना के आधार पर भविष्यवाणी की कि शुभ ग्रहों चंद्रमा, बुध, गुरु और शुक्र की विशेष अनुकूलता से भारत आर्थिक, राजनीतिक, सामरिक, रासायनिक, खनिज, औषधीय तथा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अप्रत्याशित विकास करेगा। ज्योतिष विज्ञान समिति की ओर से सिगरा स्थित एक होटल में आयोजित सम्मेलन में विद्वान वक्ताओं ने कहा कि अन्य ग्रहों के दुष्प्रभाव के कारण भारत के लिए पूर्व एवं उत्तर की दिशा में सामरिक स्वरूप, धन-जन की आकस्मिक क्षति, मध्य एवं दक्षिण दिशा में राजनयिक एवं खनिज पदार्थों में विशेष रूप से संघर्ष की स्थ...