रांची, सितम्बर 6 -- रांची, विशेष संवाददाता। देशप्रिय क्लब एंड लाइब्रेरी और बंगला सांस्कृतिक कर्मीवृंद की ओर से शनिवार को क्लब परिसर में गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की अमर कृति- रक्तकरबी, नाटक का शताब्दी समारोह आयोजित किया गया। पूरे आयोजन में साहित्य और संगीत की सांस्कृतिक छटा छाई रही और बंग समुदाय के लोगों व संस्कृतिकर्मियों ने विश्वकवि को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। यह कार्यक्रम साहित्य और संगीत की एक जीवंत प्रस्तुति साबित हुआ, जिसमें गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की- रक्तकरबी और अन्य कृतियों की अमर गाथा गूंज उठी। कार्यक्रम की शुरुआत अपराजिता भट्टाचार्य के वेदगान से हुई। इसके बाद सुदेश्ना चौधरी और अपरूपा चौधरी के स्थानीय कलाकारों ने दो सामूहिक गीतों की प्रस्तुति दी। कोलकाता से आए संगीतकार प्रवुद्ध राहा और उनकी शिष्या पौलमी मजूमदार ने गुरुदेव के विभ...