देवरिया, अगस्त 10 -- देवरिया, निज संवाददाता। शहर के विद्याधर्म संजीवन संस्कृत महाविद्यालय में शनिवार को डॉ. गोरखनाथ मिश्र के आचार्यत्व में देव, ऋषि व पितरों का हुआ विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया। इस दौरान विद्वानों ने श्रावणी कर्म के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर देव, ऋषि, पितरों के तर्पण पूजन के महत्व को बताते हुए परिषद के पूर्व अध्यक्ष आद्या प्रसाद शुक्ल ने कहा कि चंद्रमा को औषधियों, वनस्पतियों, वृक्षों और अन्नादि का पोषक और सूर्य को जड़-चेतन आत्मा व वर्षा का कारक बताया। यह भावनात्मक नहीं अपितु क्रियात्मक है। इसलिए इस पर्व को व्यापक रूप से मनाने की आवश्यकता है इस दौरान परिषद के अध्यक्ष डॉ. मधुसूदन मणि त्रिपाठी, मंत्री कौशल कुमार मिश्र, नागरी प्रचारिणी के मंत्री डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी, प्रमोद कुमार सिंह, भृगुदेव मिश्र, शिवसहाय मणि,...
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