नवादा, नवम्बर 3 -- नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। चार माह के लम्बे अंतराल के बाद आखिरकार देवोत्थान एकादशी के साथ ही शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो गई है। भगवान विष्णु के योग निद्रा से जागृत होते ही शुभ लग्न शुरू हो गए हैं, जिससे गृहप्रवेश, विवाह, मुंडन जैसे सभी शुभ कार्य अब बिना किसी रुकावट के संपन्न किए जा सकेंगे। इस वर्ष, देवोत्थान एकादशी का पावन पर्व पहली नवंबर को मनाया गया, जिसके बाद चातुर्मास की समाप्ति हो गई है। गृहप्रवेश के शुभ कार्य शुरू, विवाह के लिए थोड़ा इंतजार देवोत्थान एकादशी का दिन स्वयं में एक अबूझ मुहूर्त होता है, जिसका अर्थ है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना पंचांग देखे किया जा सकता है। यही कारण है कि इस पावन तिथि पर गृहप्रवेश आदि के कई शुभ कार्य शुरू हो गए हैं। हालांकि, विवाह जैसे बड़े मांगलिक कार्यों के लिए इच्छुक लो...