मऊ, अप्रैल 14 -- मधुबन। श्री दक्षिणेश्वर हनुमान मंदिर सेवा समिति द्वारा लगातार 25 वें वर्ष आयोजित सात दिवसीय रामकथा के दूसरे दिन रविवार को नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन शंकर मद्धेशिया ने कथा का शुभारंभ किया। कथा के दौरान विश्वम्भर महाराज ने बताया कि किस प्रकार पृथ्वी लोक में रामकथा सुनने-सुनाने का प्रचलन हुआ था। राम कथा की महिमा बताते हुए कहा कि सर्वप्रथम देवाधिदेव महादेव ने मां पार्वती को राम कथा सुनाई थी। विश्वम्भर महाराज ने बताया कि महाराज दशरथ पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ कर रहे थे। उसी समय एक चील जो वास्तव में गंधर्व कन्या थी और श्राप के कारण चील बन गई थी। प्रसाद रूपी खीर की पोटली लेकर उड़ी और पुत्र प्राप्ति के लिए तपस्या कर रही मां अंजना की गोद में गिरा दी। इस खीर को ग्रहण करने के बाद मां अन्जना के कोख से श्री हनुमान जी महाराज का जन्म हु...