नई दिल्ली, जून 12 -- आषाढ़ माह की एकादशी को देवशयनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसके बाद से ही चातुर्मास शुरू हो जाता है। भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं। विष्णु के शयनकाल के समय सृष्टि का भार देवों के देव महादेव पर होता है। देवशयनी एकादशी के बाद से समस्त मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। देवशयनी एकादशी से चार माह तक भगवान विष्णु का शयनकाल चलता है। इस एकादशी के बाद 4 महीने तक भगवान विष्णु योग निद्रा में रहेंगे। इन चार महीनों में गृह प्रवेश, शादी, सगाई, जनेऊ आदि मांगलकि कार्य नहीं हो पाएंगे। इस साल देवशयनी एकादशी 6 जुलाई को है।देवउठनी एकादशी से शुरू होंगे मांगलिक कार्य भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी से क्षीर सागर में सोने को चले जाते हैं। फिर चार मास बाद उन्हें जगाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक देवशयनी एकादशी के दिन श्रीहरि ...