नई दिल्ली, जुलाई 3 -- सावन मास की शुरुआत से पूर्व आने वाली हरिशयनी एकादशी, जिसे देवशयनी या देवपद्मनी एकादशी भी कहा जाता है, इस वर्ष 6 जुलाई रविवार को मनाई जाएगी। पंडित सूर्यमणि पांडेय कहते हैं कि हिंदू धर्म में आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि इसी दिन से भगवान विष्णु चार महीनों के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं और सृष्टि की समस्त व्यवस्था भगवान शिव को सौंप देते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल एकादशी के दिन भगवान विष्णु क्षीर सागर में शेषनाग की शैय्या पर योगनिद्रा में चले जाते हैं और कार्तिक शुक्ल एकादशी (प्रबोधिनी एकादशी) तक विश्राम करते हैं। इस दौरान संसार के पालन का दायित्व भगवान शिव निभाते हैं। इसे चातुर्मास की शुरुआत भी माना जाता है, जो तप, व्रत, नियम व संयम का काल होता है। हरिशयनी एकादशी के अवसर ...