प्रयागराज, फरवरी 16 -- महाकुम्भ नगर मुख्य संवाददाता सिद्ध महापुरुष देवरहा बाबा के समाधि में जाने के साढ़े तीन दशक बाद भी उनके किस्सों से कुम्भनगरी गुंजायमान है। देवरहा बाबा के प्रिय शिष्य और समाधि स्थल वृंदावन के आचार्य ब्रह्मऋषि देवदास के सेक्टर 18 स्थित शिविर में ये किस्से सुने जा सकते हैं। शिविर में उन्होंने 12 फिट उंची लकड़ी की मचान बनवाकर उसमें देवरहा बाबा का धातु से निर्मित विग्रह स्थापित कर रखा है। इसी मचान के नीचे बैठकर वह देवरहा बाबा के अलौकिक किस्से सुनाते रहते हैं। 1989 के कुम्भ का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उस बार बहुत चढ़ावा चढ़ा था। हमने बाबा से कहा सरकार बोरे में रुपया भरा है। उन्होंने पूछा कितने बोरा है, मुझे याद नहीं उस समय 60 से अधिक बोरे थे। बाबा ने बोला शाम को एसएसपी राय आएंगे तो उस समय बोलना। दर्शन करने आए तो बा...