सहरसा, नवम्बर 8 -- कहरा। सहरसा - सुपौल मुख्य मार्ग एन एच 327ई से देवना स्थित वाणेश्वर नाथ स्थान तक जानेवाली मुख्य जर्जर होकर रह गया है। एन एच 327ई से देवना तक दो दशक पूर्व से ही सिंगल पीच सड़क है। यह बतादें कि द्वापर युग की इस आध्यात्मिक स्थल को क्षेत्र मे सिद्ध पीठ के रूप मे मान्यता है। बताया जाता है कि वाणेश्वर नाथ से मांगी गयी मनौती कभी खाली नहीं जाता है। वाणेश्वर नाथ सभी भक्तों की मनोकामना पुरा करते हैं। इस कारण यहां पूजा अर्चना करने सालों भर श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता है। माघ माह के नरक निवारण चतुर्दशी, सावन माह के सभी सोमवार, महाशिवरात्रि के दिन यहां काफी दुर - दुर से आए सहित एक लाख से ज्यादे श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना करते हैं। इसके आध्यात्मिक एवं पुरातत्विक महत्व के कारण महाशिवरात्रि के दिन राज्य के कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा...