नई दिल्ली, अक्टूबर 31 -- Dev uthani ekadashi Vrat Paran Timing: कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी व्रत किया जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी या देव प्रबोधिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। देवउठनी एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने बाद योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि का संचालन करते हैं। इस दिन ही विवाह, मुंडन व सगाई जैसे मांगलिक कार्य प्रारंभ होते हैं। देवउठनी एकादशी के दिन ही तुलसी विवाह कराया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के रूप भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह कराने से कन्यादान के समान फल प्राप्त होता है। जानें इस बार देवउठनी एकादशी व्रत कब है और कब व्रत का पारण किया जाएगा। 1. देवउठनी एकादशी कब है 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 01 नवंबर को सुबह 09:11 बजे प्रारंभ होगी और समापन 02 नवंबर को सुबह 07:...