मेरठ, अक्टूबर 31 -- कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष एकादशी को देवउठान एकादशी के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी से भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं और चार माह बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागृत होते हैं। इस अवधि को चातुर्मास कहा जाता है, जिसमें विवाह और मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। देवउठान एकादशी पर श्रीहरि विष्णु के जागृत होने के बाद सभी शुभ कार्यों की पुनः शुरुआत हो जाती है। एकादशी तिथि दो दिन व्याप्त रहने से यह पर्व एक और दो नवंबर दोनों दिन मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य विभोर इंदूसुत के अनुसार एकादशी तिथि एक नवंबर शनिवार सुबह 9:11 बजे से शुरू होकर 2 नवंबर रविवार सुबह 7:31 बजे तक रहेगी। एक नवंबर को पूरे दिन और रात्रि में एकादशी तिथि विद्यमान रहेगी, जबकि दो नवंबर को यह प्रातःकाल 7.31 बजे तक रहेगी। इस कारण देव...