चाईबासा, अक्टूबर 1 -- चाईबासा, संवाददाता। समाज हित में कार्य करने की सच्ची भावना समय और मौसम नहीं देखती, इसका जीवंत उदाहरण सोमवार की मध्यरात्रि को तब देखने को मिला जब चाईबासा के सदर अस्पताल में भर्ती एक मरीज को अचानक बी-पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता हुई। मरीज के परिजन रक्त उपलब्ध न होने से बेहद परेशान थे। इस बीच जानकारी मिलते ही आदिवासी उरांव समाज संघ, चाईबासा से जुड़े उरांव समाज रक्तदान समूह के मुख्य संचालक लालू कुजूर, जिन्हें लोग ब्लडमैन के नाम से भी जानते हैं, तुरंत सक्रिय हो उठे। उन्होंने रात करीब 12 बजे अपने समूह के सदस्यों को सूचना दी। सूचना मिलते ही समूह के सक्रिय सदस्य सावन ने तत्काल रक्तदान करने की इच्छा जताई और देर रात ही सदर अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान किया। सावन ने रक्तदान के बाद कहा, इंसानियत का धर्म सबसे बड़ा है। जब हमें...