प्रयागराज, सितम्बर 23 -- कटरा, रामवाटिका परिसर के मंच पर सुनो..सुनो श्रीराम कहानी की संगीतमयी प्रस्तुति के बीच पुष्प वाटिका में एक तरफ राम-लक्ष्मण फूल तोड़ते हैं। सखियां सीता से कहती हैं चलो दीदी राजकुमार को देख लो, जिन्होंने अपनी सुंदरता से पूरे जनकपुर को लुभा रखा है। सीता गौरी पूजन के लिए पहुंचती हैं और एकटक राजकुमार को निहारती हैं। फिर गौरी पूजन कर वापस महल जाती हैं और दृश्य बदलता है। दूसरे प्रसंग में राजा जनक के दरबार में धनुष रखा हुआ दिखता है। एक से एक राजा उसे तोड़ने के लिए पहुंचते हैं। राजा सभी का अभिवादन करते हैं। गुरु के साथ राम-लक्ष्मण भी धनुष यज्ञ में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं। राजा आगे बढ़कर उनका स्वागत व अभिनंदन करते हैं, यह दृश्य देखकर अन्य राजा अट्टहास करते हुए कहते हैं देखो सीता स्वयंवर में बच्चे भी शामिल होने आए हैं। ...