पटना, जुलाई 1 -- बिहार में चुनाव होने में अब कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने अपने संगठन को मजबूत बनाने के लिए कई बड़े फेरबदल किए हैं। जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी से लेकर जिलाध्यक्षों तक की नियुक्ति की गई। कई प्रकोष्ठों का गठन किया गया। नए लोगों को जिम्मेदारी दी गई। लेकिन जिसको लेकर पार्टी में नाराजगी दिखने लगी है। मंगलवार को सदाकत आश्रम में उस समय अजीब स्थिति हो गई, जब कई कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। पार्टी के अंदर पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा से नाराज होकर नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अहम पदों पर बाहरी और पार्टी में शामिल नए लोगों को जिम्मेवारी दी जा रही है। जबकि पुराने और समर्पित नेताओं और कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष कुंदन गुप्ता और...