मुरादाबाद, मार्च 12 -- माहे रमजान और दूसरे मगफिरत के अशरे का पहला रोजा पूरी तरह इबादत में गुजरा। रोजेदारों ने कुरान-ए-करीम पढ़ा और इबादत करते हुए गुनाहों से तौबा कर अपने और पूर्वजों की मगफिरत के लिए दुआ की। दोपहर से इफ्तारी की तैयारी में जुट गए। शाम से नमाज और रात में तरावीह में कुरान-ए-करीम सुनाया। मगफिरत के पहले अशरे के पहले रोजे में भी सहरी के बाद लोग इबादत में जुट गए। घरों से मस्जिदों तक कुरान-ए-करीम पढ़ा गया। लोग अल्लाह ताला की इबादत कर अपने गुनाहों से तौबा भी करते रहे। दोपहर से इफ्तारी की तैयारियां शुरू हो गईं। इफ्तारी से पहले दुआ की गई और इफ्तारी के बाद नमाज अदा की गई। फिर मगरिब और फिर ईशा की नमाज अदा की गई। इसके बाद तरावीह शुरू हुई। मुस्लिम क्षेत्रों के बाजार देर रात तक गुलजार रहे।

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