नई दिल्ली, नवम्बर 6 -- विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2025 रिकॉर्ड पर दूसरा या तीसरा सबसे गर्म वर्ष रहने वाला है। यानी 2024 की तुलना में यह सबसे गर्म साल नहीं होगा। डब्ल्यूएमओ ने स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट नाम से यह रिपोर्ट जारी की। इसमें कहा कि 2025 के दूसरा सबसे गर्म साल होने की संभावना लगभग 51% और तीसरा सबसे गर्म साल होने की संभावना 49% है। बर्लिन स्थित जलवायु विज्ञान और नीति संस्थान क्लाइमेट एनालिटिक्स ने कहा कि दुनिया 2030 के दशक की शुरुआत तक 1.5 डिग्री सेल्सियस की तकपहुंचने की संभावना है। इसमें कहा कि जनवरी से अगस्त 2025 तक औसत निकट-सतह तापमान पूर्व-औद्योगिक औसत से 1.42 डिग्री सेल्सियस अधिक था। रिपोर्ट में कहा गया कि तापमान वृद्धि पहले ही 1.3 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुकी है और वैश्विक उत्सर्जन लगात...