लखनऊ, अगस्त 6 -- लखनऊ, प्रमुख संवाददाता एक किलोमीटर से अधिक दूरी के कारण जिन परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों का दूसरे विद्यालय में विलय नहीं किया गया है, वहां भी जरूरत के अनुसार बालवाटिका खोली जा सकेगी। 50 से कम छात्र होने के कारण अगर स्कूल भवन में अतिरिक्त कक्षाएं हैं तो सुविधा के अनुसार बालवाटिका खोली जाएगी। बुधवार को स्कूल शिक्षा महानिदेशक, कंचन वर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन स्कूलों का विलय हो चुका है, वहां बालवाटिका खोलने की तैयारी तेज की जाए। महानिदेशक, स्कूल शिक्षा ने निर्देश दिए कि दूसरे विद्यालय में जिन स्कूलों का विलय हो चुका है, वहां रंग-रोगन, साफ-सफाई कराई जाए। विद्यार्थियों के लिए जरूरी खेल व शैक्षिक सामग्री खरीदी जाए। 15 अगस्त को शिक्षक यहां पर झं...