हल्द्वानी, जनवरी 29 -- हल्द्वानी। फ्रांस की जानी मानी मनोचिकित्सक डॉ. मीना खर्कवाल मंगलवार को बड़ी मुखानी स्थित एक रिसोर्ट में आयोजित सेमिनार में पहुंची। यहां उन्होंने कहा कि आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं जहां नहीं पहुंची हैं, वहां लोगों की अपनी व्यवस्थाएं हैं। पहाड़ में डंगरियों और गणतुओं की व्यापक उपस्थिति और प्रभाव इस बात को रेखांकित करता हैं। ऐसे में इनकी भूमिका को सरासर अंधविश्वास कह देना ठीक नहीं है। डॉ. खर्कवाल पिछले करीब एक दशक से फ्रांस में हैं और वहां की प्रतिष्ठित मनोचिकित्सक हैं। वह फ्रांस की नागरिक भी हैं। अपने जन्म स्थान पिथौरागढ़ दौरे पर आईं और वापस फ्रांस लौटने की यात्रा में उनका यह वक्तव्य हल्द्वानी में हुआ। उन्होंने मनोविज्ञान की पढ़ाई पिथौरागढ़ से ही की और उनका शोध विषय पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली था. डॉ खर्कवाल ने कहा कि जहां आज ह...