प्रयागराज, मई 10 -- पहले हर्निया का ऑपरेशन कराने के बाद 10-12 प्रतिशत लोगों में दोबारा ऑपरेशन कराने की गुंजाइश रहती थी। लेकिन अब दूरबीन व अन्य उन्नत तकनीक से ऑपरेशन करने पर 2-3 प्रतिशत ही संभावना रह गई है। हर्निया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पेट की दीवार की एक कमजोर जगह से आंत या अन्य अंग बाहर निकल जाते हैं। आमतौर पर हर्निया के कारण पेट का निचला भाग प्रभावित होता है। ऐसा कई बार देखा गया है कि रोगी को हर्निया की समस्या होती है, लेकिन उन्हें कोई भी लक्षण नहीं मिलते हैं। तेज दौड़ने व खांसते समय महसूस होता है। यह बात शनिवार मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग, उप्र चैप्टर ऑफ एएसआई और इलाहाबाद सर्जन्स एसोसिएशन की ओर से सभागार में आयोजित दो दिवसीय हर्निया कॉन्क्लेव-2025 में एसोसिएशन सर्जन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण सूर्यवंशी ...