लखनऊ, मार्च 27 -- बीबीएयू में डेम सेफ्टी पर कार्यशाला का आयोजन लखनऊ, कार्यालय संवाददाता आजादी के बाद गरीबी, भूखमरी, बेरोजगारी समेत दूसरी समस्या से निपटने एवं आर्थिक स्थिरता को बेहतर बनाने के लिए महालनोबिस मॉडल को अपनाया गया। दूरदर्शी स्ट्रैटजी और विकास के प्लान के तहत भारी उद्योग, बड़े प्रोजेक्ट्स और भाखड़ा नांगल बांध आदि की प्राथमिकता दी गई। बांधों के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग करके न केवल हरित क्रांति का मार्ग प्रशस्त होता है बल्कि फसल उत्पादन और खाद्य आपूर्ति सुरक्षा सुनिश्चित होती है। बीबीएयू कुलपति प्रो.राज कुमार मित्तल ने यह बातें गुरुवार को डेम सेफ्टी एक्ट 2021 पर आयोजित कार्यशाला में कहीं। यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी बीबीएयू, स्टेट प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की ओर स...