देहरादून, मार्च 1 -- दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में 'स्पेक्स' संस्था के सहयोग से होली के प्राकृतिक रंगों को बनाने की एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गयी। इसमें होली के दौरान सुरक्षित व प्राकृतिक रंगों के उपयोग के लाभ और रासायनिक रंगों के खतरों के बारे में बच्चों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर हिमज्योति स्कूल के बच्चों ने कुछ सुंदर होली गीत भी प्रस्तुत किये। संस्था के सचिव डॉ. बृजमोहन शर्मा ने बताया कि होली के दौरान बाजार में अधिकतर चमकीले रंग आते हैं, जो कई तरह के रसायनों से बनते हैं और स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक माने जाते हैं। इन रंगों से परहेज, प्राकृतिक रंगों के उपयोग तथा सामजिक जागरूकता पैदा करना इस एक दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य रहा है। कार्यशाला के जरिये बच्चे सब्जियों, फलों और फूलों द्वारा स्वयं रंग बनाने कि विधि के साथ-साथ स्वस...