देहरादून, जून 26 -- दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में गुरुवार को गज़लकार प्रेम साहिल के नए गज़ल संग्रह 'लहू में जल-तरंग' का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण के बाद वक्ताओं ने गज़ल संग्रह पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वतंत्र पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा ने की। रचनाकार प्रेम साहिल ने कहा कि इस पुस्तक के जरिए उन्होंने समाज में व्याप्त अन्याय, भ्रष्टाचार, नाबराबरी, अंधविश्वास, जहालत, बाज़ार और सियासत पर कुछ कहने की कोशिश की है। वार्ताकार प्रोफेसर डॉ. धीरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा कि प्रेम साहिल हिन्दी और पंजाबी के सादा मिज़ाज शायर हैं। कथाकार प्रो. नवीन नैथानी ने कहा कि गजल संग्रह में बेहतरीन गजलें हैं। गज़ल संग्रह 'लहू में जल-तरंग' में जीवन, प्रकृति, समाज के विस्तृत दायरे से जुड़ी सूक्षम से सूक्षम भावनाएं उकेरी गई हैं। संचालन बीना बेंजवाल ने ...