नई दिल्ली, सितम्बर 19 -- देहरादून की वादियों में स्थित दून डिफेन्स ड्रीमर्स आज उन युवाओं के लिए सबसे भरोसेमंद नाम बन चुका है जो भारतीय सेना, वायुसेना या नौसेना में अधिकारी बनने का सपना देखते हैं। संस्थापक श्री हरिओम चौधरी ने इस संस्थान की नींव इसी विज़न के साथ रखी थी कि देश को ऐसे बहादुर, अनुशासित और प्रतिबद्ध कैडेट्स मिलें जो मातृभूमि की रक्षा के लिए सदैव तैयार रहें। दून डिफेन्स ड्रीमर्स ने साबित कर दिया है कि मेहनत, सही दिशा और आधुनिक तकनीक के संयोजन से देश के भावी रक्षक तैयार किए जा सकते हैं। AFCAT-2, 2025 में 24 छात्रों की ऐतिहासिक सफलता इस बात का जीवंत प्रमाण है कि देहरादून से निकल रही यह कहानी अब राष्ट्रीय प्रेरणा बन चुकी है। जो युवा भारतीय वायुसेना, नौसेना या थलसेना में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए दून डिफेन्स ड्रीमर्स सिर्फ एक ...