उरई, नवम्बर 20 -- उरई/कुठौंद। आल बिजवाहा के लोगों ने बताया दसवीं सरगना मंगली केवट के घर पर उसके दस्यु बनने से पहले दूध का कारोबार होता था और वह खुद भी दूध का कारोबार करता था पर वर्ष 2002 में पुलिस ने एक अपहरण के मामले में उसे पर इनाम रख दिया और फिर मंगली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा छोटा गृह बनाने के बाद वह कुछ ही समय बाद दस्यु सरगना निर्भय गुर्जर गैंग संपर्क में आ गया था और अपने द्वारा अगवा किए गए लोगों को वह बड़ी फिरौती के लिए निर्भय गुर्जर को सौंप देता था। अपने इस छोटे-छोटे कामों की वजह से मंगली केवट निर्भय गुर्जर के नजदीक आता चला गया। दस्यु सरगना निर्भय गुर्जर के खास लोगों में डकैत मंगली केवट का शुमार होता था। वर्ष 2003 जून में उरई में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का कार्यक्रम लगा था और ठीक कार्यक्रम से पहले निर्भय गुर्जर गैंग ने एक दो नहीं ...