छपरा, जुलाई 13 -- भाई बोलबम नहीं गया होता तो बच जाती जान दरियापुर/ परसा। शिक्षक संतोष राय अपने दुश्मनों के चलते घर से नहीं निकलता था।उसका पोझी में ईंट भट्ठा है।छोटे भाई शैलेश राय के बोलबम चले जाने के कारण दो दिनों से वही ईंट भट्ठा का काम देख रहा था।सुबह में वहीं मजदूरों का काम और ईंट भट्ठा का काम देखने गया था।बताया जाता है कि दुश्मनों को उसे यह सब पता चल गया था।उसने साजिश रची और ईंट भट्ठा का काम देख कर कार से घर लौटने के क्रम में अपराधियों ने गोलियों से भून डाला।चर्चा है कि भाई रहता तो उसकी जान बच जाती। अपराध छोड़ शांत जीवन जी रहा था संतोष मृतक संतोष राय रिश्ते में कुख्यात अपराधी जेपी राय का भतीजा था।जेपी राय की 2004 में एसटीएफ की टीम द्वारा हत्या कर दिए जाने के बाद इसने भी अपने चाचा के दुश्मनों से बदला लेने के लिए अपराध में कदम रखा था।इस ...