टिहरी, जून 1 -- रक्षा सूत्र आंदोलन के प्रणेता पर्यावरणविद् सुरेश भाई ने टिहरी वन प्रभाग की बालगंगा रेंज के अंयारखाल में दुर्लभ प्रजाति के पेड़-पौधों के व्यावसायिक दोहन पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। कहा कि करीब 7 हजार मीटर की ऊंचाई पर राई (फर) और कैल आदि वन प्रजातियों का लगातार व्यवसायिक दोहन किया जा रहा है। यहां से वन कटान के स्लीपरों को बूढ़ाकेदार-अयांरखाल मोटर मार्ग के किनारे पर एकत्रित किया जा रहा है। वन कटान प्रभावित क्षेत्र से लगभग 8 किमी की दूरी से नजीबाबाद के खच्चरों से लकड़ी के स्लिपरों का ढुलान किया जा रहा है। जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए। बूढ़ाकेदार निवासी पर्यावरणविद् सुरेश भाई ने बताया कि अंयारखाल में दुर्लभ वन प्रजातियां का कटान हो रहा है। यहां मेड और जलकुर नदी का उद्गम स्थल है। कई गाड-गदेरे भी इन दोनों नदियों के उद्गम से बह रहे हैं।...