टिहरी, नवम्बर 5 -- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की दुर्लभ पांडुलिपि विरासत के संरक्षण व डिजिटलिकरण के लिए केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से शुरू ज्ञान भारतम् मिशन के तहत देश के प्रमुख 17 संस्थानों के साथ समझौता किया गया है। उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध संस्था नक्षत्र वेधशाला देवप्रयाग को इसके तहत कलस्टर केंद्र बनाकर समझौता किया गया है। नई दिल्ली स्थित मॉडर्न आर्ट गैलरी में आयोजित समारोह में केंद्रीय संस्कृति पर्यटन मंत्री गजेन्द्र शेखावत, संस्कृति सचिव विवेक अग्रवाल, संयुक्त सचिव समर नंदा, निदेशक इंद्रजीत सिंह, परियोजना निदेशक अनिर्वाण दास की उपस्थिति में इस समझौते में हस्ताक्षर किए गए। नक्षत्र वेधशाला की ओर से डॉ. प्रभाकर जोशी ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने बताया कि, संस्कृति मंत्रालय द्वारा आगामी पांच वर्षों में इसके...
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