धनबाद, अक्टूबर 14 -- धनबाद, मुख्य संवाददाता नीति आयोग के सदस्य सह पद्म भूषण डॉ वीके सारस्वत ने सोमवार को आईआईटी धनबाद में कहा कि भारत को क्रिटिकल मिनरल्स के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा। लिथियम, कोबाल्ट, निकल और दुर्लभ पृथ्वी तत्व (रेयर अर्थ एलिमेंट्स) की खोज, पुनर्प्राप्ति और रीसाइक्लिंग के क्षेत्र में तकनीक विकसित करें ताकि स्वच्छ ऊर्जा और उद्योगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जा सके। डॉ सारस्वत ने सोमवार को आईआईटी धनबाद में आयोजित क्रिटिकल मेटल्स: रीसाइक्लिंग, इनोवेशन, सेपरेशन एंड प्रोसेसिंग से संबंधित नेशनल सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। उन्होंने सेकेंडरी रिसोर्स वैलोराइजेशन, एडवांस्ड सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन, बायो-लीचिंग और एआई आधारित प्रोसेस मॉनिटरिंग सिस्टम्स जैसी नई तकनीकों के विकास की जरूरत पर जोर दिया। आईआईटी धनबाद ...
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