लातेहार, सितम्बर 23 -- बेतला, बरवाडीह प्रतिनिधि । दुर्गोत्सव के दूसरे दिन मंगलवार को शक्ति-साधकों ने उपवास रख काफी श्रद्धा से मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान श्री रामभक्त हनुमान मंदिर पोखरीकला के पुजारी बिनोद पाठक, सरईडीह के श्यामनाथ पाठक, कुटमू के अर्जुन पांडेय, कल्याणपुर के सुरेंद्र पाठक आदि ने श्रद्धालुओं को मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप धारण करने की महत्ता बताई। पुजारियों ने कहा कि मां दुर्गा सबसे पहले शैलपुत्री के रूप में धरती पर आने के बाद भगवान शिव जी को पाने के लिए दूसरे दिन कठोर तपस्या और साधना शुरू की। जिस कारण उनका यह स्वरूप ब्रह्मचारिणी कहलाया। इस रूप की आराधना करने से मॉं दुर्गा प्रसन्न हो भक्तों की सभी बाधाएं दूर करती हैं और उनका जीवन सदा खुशहाल होता है। मां ब्रह्मचारिणी की प...
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