रुद्रपुर, सितम्बर 28 -- दिनेशपुर, संवाददाता। जैसे ही मां दुर्गा अपने मायके पहुंचीं, ढाक की थाप और उलू ध्वनि से वातावरण गूंज उठा। रविवार को बेल वृक्ष के नीचे षष्ठी पूजा के साथ शारदीय दुर्गा उत्सव का शुभारंभ हुआ। ब्राह्मण पुरोहितों और सुहागिनों ने मां का वरण (आह्वान) किया। षष्ठी पूजा से पूर्व महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। हरि मंदिर कामना सागर से जल लाकर मंदिर के मुख्य कलश में स्थापना की गई। सुबह 7:15 बजे महिलाओं ने सिंदूर लगाकर और मिठाई खिलाकर माता का स्वागत किया। बच्चों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हुए महिलाओं ने व्रत रखा। महाषष्ठी पर आयोजक समिति ने कलश स्थापना के साथ देवी का बोधन (आमंत्रण), अधिवास (स्थापना) और आरती की। पुरोहित असीत चक्रवर्ती ने बताया कि इस दिन मां दुर्गा अपने बच्चों लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती और कार्तिकेय के साथ म...