लोहरदगा, अक्टूबर 7 -- लोहरदगा, संवाददाता।लोहरदगा में शरद पूर्णिमा पर सोमवार को दुर्गाबाड़ी समेत कई स्थानों पर प्रतिमा स्थापित कर सार्वजनिक लक्खी पूजा आयोजित की गई। बंगाली समाज द्वारा अपने-अपने घरों में भी मां लक्खी की पूजा की गई। कई जगह भंडारे का आयोजन किया गया। दुर्गाबाड़ी में आचार्य जादव राय के नेतृत्व धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराया गया। पूजा उपरांत भव्य भण्डारे का भी आयोजन हुआ। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भण्डारे का प्रसाद ग्रहण किया। कोजागोरी एक बंगाली और धार्मिक शब्द है जिसका अर्थ है 'कौन जाग रहा है?' (जो जाग रहा है)। यह आश्विन माह की पूर्णिमा की रात को मनाया जाने वाला प्रमुख त्योहार है। इसे शरद पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन देवी लक्खी (लक्ष्मी) की पूजा की जाती है। इस रात्रि जागरण करने वालों को मां लक्खी धन, स...