प्रयागराज, मार्च 8 -- अप्राकृतिक दुराचार के आरोप में फंसे सिपाही का करियर भी दांव पर लगा हुआ है। केस का फैसला न होने के कारण उसका प्रमोशन रुका हुआ है। दरोगा बनने का सपना अधूरा रह गया है। उसके साथ के सिपाही दरोगा बन चुके हैं। गायब केस डायरी की तलाश में प्रयागराज जीआरपी ने तफ्तीश शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चला है कि केस डायरी कहां से गायब हुई। जीआरपी इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय ने एफआईआर दर्ज कराई है कि 21 अगस्त 1995 को एक महिला की शिकायत पर रामबाग जीआरपी में तैनात सिपाही प्यारे लाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 377 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। जांच के बाद तत्कालीन जीआरपी इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह ने केस डायरी को कोर्ट में जमा करने के लिए भेजा था लेकिन कोर्ट में केस डायरी नहीं पहुंची। जबकि एपीओ के यहां से केस डायरी ले जाने का साक्...