नई दिल्ली, जुलाई 14 -- अवैध धर्मांतरण के मुख्य आरोपी छांगुर बाबा ने कुबूला कि दुबई और नेपाल में उसके गिरोह का सबसे ज्यादा नेटवर्क है। यहां की कमान नीतू उर्फ नसरीन ही संभाल रही थी। यहां से आने वाली रकम व संस्थाओं को सहयोग के लिए मददगार नीतू से ही सम्पर्क करते थे। रिमाण्ड अवधि के चौथे दिन एटीएस अफसरों से ऐसा ही छांगुर बाबा ने कहा। रविवार को भी सबसे ज्यादा सवाल विदेशी फंडिंग को लेकर हुए। एटीएस सूत्रों के मुताबिक जैसे ही उससे धर्मांतरण के बारे में पूछा जाता है, वह एक ही रट लगाता है कि उसने एक भी अवैध धर्मांतरण नहीं कराया। सबने अपनी मर्जी से ही इस्लाम धर्म कुबूल किया। सालाना उर्स की बात पर उसने कहा कि सब कुछ सबके सामने होता था। दरगाह के पास सालाना उर्स में हर धर्म के लोग आते थे। जब उससे रुपये देकर इस्लाम धर्म कुबूलवाने की बात कही तो वह गोलमोल ...