दिल्ली, मार्च 24 -- दुनिया के "सबसे प्रदूषित शहर" का तमगा पाने वाले असम-मेघालय सीमा के अनाम-से बर्नीहाट की सेहत सुधारने की कवायद शुरू हो गई है.पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लिए ठोस नीतियों के साथ मजबूत इच्छाशक्ति भी जरूरी है.पूर्वोत्तर भारत का एक छोटा-सा शहर बर्नीहाट बीते दिनों अचानक सुर्खियों में आ गया.वायु गुणवत्ता की निगरानी करने वाली स्विट्जरलैंड की कंपनी "आईक्यू एयर" की वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 में "पूरब का स्कॉटलैंड" कहे जाने वाले मेघालय के इस शहर का नाम दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शीर्ष पर था.इससे पहले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वर्ष 2023 में पहली बार बर्नीहाट को देश का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया था.उसके बाद वायु गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में पहल जरूर की गई थी.लेकिन वह नाकाफी साबित हुई है....