श्रावस्ती, मई 10 -- इकौना,संवाददाता। अन्तर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ के तत्त्वावधान में पांच-दिवसीय बौद्धिक कार्यशाला का आयोजन जगतजीत इंटर कॉलेज इकौना में किया जा रहा है। शनिवार को कार्यशाला की अध्यक्षता प्रधानाचार्य राम बिहारी वाजपेई ने की। कार्यशाला के दूसरे दिन शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा अवनीश तिवारी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि जीवन दुख में है। इसकी निवृत्ति के लिए बुद्ध भगवान की ओर से निर्दिष्ट अष्टांग योग को आचरण बनाकर ही विमुख की अनुभूत की जा सकती है। यही बुद्ध शिक्षा एवं बुद्ध का अनुशासन का सार है। इसी से सील समाज और प्रज्ञा की प्राप्ति संभव है। इसी अवस्था में क्षमा,दया,करुणा, सत्य, अहिंसा और प्रेम का भाव स्वत: अभीभूत होता है। इसी तरह से श्राप, वरदान ,कृपा, कोप वितण्डावाद विलीन जाता है। साथ ही स्वस्...