अलीगढ़, नवम्बर 12 -- अलीगढ़। हनुमान मंदिर महंत अजय शुक्ला ने मंदिर परिसर में अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि उन्होंने युवा अवस्था से लेकर अब तक मंदिर की सेवा में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी। अब कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर के लिए कोई दूसरा विकल्प भी हो सकता है। इसलिए उन्होंने खुद को दुखी मन से इस मंदिर की सेवा से विरत करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि वह किसी को अपनी कोई सफाई नहीं देंगे। एक चुप्पी के बाद आने वाले वर्ष में सभी को हनुमानजी की कृपा से जवाब मिलेगा। वहीं वित्तीय अनियमितताओं के आरोप पर कहा कि जो लोग उनसे हिसाब मांगते हैं वो स्वयं जवाब मांगने के लिए अधिकृत नहीं हैं। आय और व्यय के ब्यौरा पूर्व कोषाध्यक्ष दे चुके हैं। कोषाध्यक्ष ने महंत के जाने पर दुख जताते हुए कहा कि लंबे समय से मंदिर की सेवा करने वाले विद्वान ब्राह्मण का इस...