नई दिल्ली, नवम्बर 3 -- भारतीय महिला क्रिकेट में वर्षों का इंतजार खत्म हुआ। आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म हुआ। दहलीज पर पहुंचकर फिसलने का सिलसिला खत्म हुआ। ये भारतीय महिला क्रिकेट का वाटरशेड मोमेंट है। एक नए युग का आरंभ। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में रविवार रात 45000 दर्शकों के सामने एक नया इतिहास रचा गया। भारत की बेटियां पहली बार क्रिकेट में विश्व विजेता बनीं। इस ऐतिहासिक जीत में यूं तो पूरी टीम, उसके हर सदस्य का योगदान था लेकिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने वो कर दिखाया जो क्रिकेट के इतिहास में आजतक नहीं हुआ। महिला ही नहीं, पुरुष क्रिकेट में भी आजतक कोई खिलाड़ी वो कारनामा नहीं कर सका था। महिला एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर विश्व विजय का परचम लहरा दिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के न...