विकासनगर, अक्टूबर 21 -- आर्य समाज मंदिर में दीपावली पर्व पर विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने मन से अज्ञान को दूर कर शाश्वत प्रकाश को प्रज्वलित करने के लिए हवन कुंड में आहुति डाली। आर्य उप प्रतिनिधि सभा की प्रधान सोनिका वालिया ने श्रद्धालुओं को बताया कि दीपावली पर्व का मूल नाम शारदीय नवसस्येष्टि पर्व है। शरद ऋतु में उत्पन्न नई फसल के अन्न द्वारा किया जाने वाला यज्ञ। इस अवसर पर खरीफ की फसल का अन्न घर में आता है तथा रबी की फसल की बुवाई प्रारम्भ होती है। ये दोनों फसलें आर्यावर्त (भारत) की मुख्य फसलें हैं। भारतीय वैदिक संस्कृति में भोजन ग्रहण करने से पहले उसे यज्ञ में आहुत करने की परम्परा रही है। यह पर्व शरद ऋतु के समापन व हेमन्त ऋतु के आगमन के संगम के काल में आता है। इस समय अनेक रोगों का संक्रमण भी होने की पूरी आशंका रहती है। इस क...
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