गिरडीह, मार्च 8 -- अजय सिंह, गिरिडीह। समाहरणालय परिसर में अजीविका दीदी कैफै (कैंटीन) चलाकर पांच गरीब महिलाएं आर्थिक समृद्धि की गाथा लिख रही हैं। जेएसएलपीएस से जुड़कर महेशलुंडी की सुगिया देवी, चंचला देवी, कैलीबाद की बॉबी देवी, बदगुंदा की कांति कुमारी व सुनीता देवी लगभग एक साल से समाहरणालय में दीदी कैफे का संचालन कर रही है। पांचों महिलाएं पूरी ईमानदारी से कैफे चला रही है और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही है। दीदी कैफे के संचालन सभी महिलाओं को 5 से 6 हजार महीने की आमदनी हो रही है। चंचला देवी ने बताया कि उनके पति बाहर में मजदूरी करते हैं। महंगाई के इस दौर में मजदूरी के पैसे से घर का खर्चा चलाना मुश्किल हो रहा था। इसके बाद वे लगभग पांच साल से जेएसएलपीएस के माध्यम से एचएचजी ग्रुप से जुड़ीं। लगभग सालभर से समाहरणालय परिसर में दीदी कैफै का संचालन...